बारिश से लाखों का नुकसान, किसान ने खुद ट्रैक्टर चलाकर नष्ट की टमाटर की फसल
मौसम का मिजाज बदलने और लगातार बारिश के चलते गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन ये बारिश देशभर के किसानों के लिए मुसीबत साथ लेकर आई है. एक तरफ जहां उत्तर भारत के किसानों को गेहूं की फसल में नुकसान हो रहा है, वहीं, दूसरी तरफ महाराष्ट्र के एक किसान की टमाटर की लाखों की फसल बर्बाद हो गई है.
बेमौसमी बरसात के कारण जहां पर किसानों की गेहूं की पकी-पकाई फसल का भारी नुकसान हुआ है, वहीं संगरूर के गांव किला भरियां के किसान जगतार सिंह की 7 एकड़ जमीन में लगाई गई टमाटर की फसल बिल्कुल बर्बाद हो गई और मजबूरन किसान को खुद अपने 7 एकड़ टमाटर की फसल में ट्रैक्टर चला कर उसको नष्ट करना पड़ा. परेशान किसान सरकार से मुआवजे की मांग कर रहा है. लगातार हो रही बेमौसमी बरसात के कारण जगतार सिंह की 7 एकड़ में बीजी हुई टमाटर की फसल को इतना ज्यादा नुकसान हुआ कि उन्हें मजबूर होकर खुद अपनी लगाई टमाटर की खेती को अपने हाथों से ही नष्ट करना पड़ा. आजतक से बातचीत करते हुए जगतार सिंह ने बताया कि उसने 7 एकड़ जमीन में 3 महीने पहले टमाटर की फसल बीजी थी, जिस पर उसका ₹50000 एक एकड़ पर खर्चा आया था और अब तक 7 एकड़ जमीन पर उसके ₹350000 के लगभग खर्चा आ चुका है. पर पिछले दिनों हुई लगातार बरसात के कारण उसके टमाटर की फसल बिल्कुल बर्बाद हो गई है. उसने कहा कि मैंने बरसात का पानी निकालने की भी कोशिश की थी पर बारिश लगातार हो रही थी जिसके कारण उसकी फसल बर्बाद हो गई और अब मजबूरन उसको खुद अपने हाथों से ट्रैक्टर चलाकर अपनी फसल को नष्ट करना पड़ रहा है. टमाटर की फसल से उन्हें 100000 रुपये 1 एकड़ का फायदा होना था. वहीं, 7 एकड़ टमाटर की फसल से 700000 रुपये का अंदाजन खर्चा निकाल कर कमाई करनी थी, लेकिन आज उन्होंने खुद इस फसल को नष्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि मेरा भारी नुकसान हुआ है. परिवार का गुजारा करने के लिए अब मेरे पास कुछ नहीं है. अब जमीन में मक्के की फसल लगाऊंगा और उसके ऊपर भी खर्चा होगा. किसान जगतार सिंह ने सरकार से मुआवजे की मांग की और कहा कि मेरे खेत में आकर देखा जाए, जो मेरा नुकसान हुआ है सरकार की तरफ से मुझे मुआवजा दिया जाए