Free Tarbandi अब किसानों को खेत के चारों ओर बाड़ लगाने के लिए सरकार द्वारा आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाती है जिससे किसान कम लागत में अपने खेत के चारों ओर बाड़ लगा सकता है एवं आवारा पशुओं से अपने फसल की रक्षा कर सकता है।
इस योजना का उद्देश्य फसलों को आवारा पशुओं से बचाना एवं कृषि को बढ़ावा देना है जिससे किसान अधिक से अधिक फसल उगाने में समर्थ होगा, लघु एवं सीमांत किसान आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपने खेत के चारों ओर बाड़ नहीं लग सकता है जिसके कारण वह काम क्षेत्र में कृषि करना चाहता है क्योंकि आवारा पशुओं से कृषि की रक्षा नहीं कर पता था अब सरकार द्वारा इस योजना के तहत किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान की जाती है तो जिससे कृषि को बढ़ावा मिला है।
Free Tarbandi सब्सिडी योजना क्या है?
इसके माध्यम से किसान अपने खेत के या अन्य क्षेत्रों को घेरने के लिए बाड़ लगाता है जिसके लिए तेज नुकीली कांटे वाले तारों का उपयोग किया जाता है जो जानवरों या अधिकृत व्यक्तियों को अंदर आने से रोकने में मदद करता है, उसे कांटेदार तारबंदी कहा जाता है।
मुख्य विशेषताएं
- कांटेदार तारबंदी की मुख्य विशेषता यह है कि आमतौर पर यह इस्पात के तारों से बनी होती है जिसके कारण जगं से बचाव एवं टिकाऊ भी है।
- इसके ऊपर कांटेदार तार होने के करण जानवरों को बाड़ को छूने या उसको पार करके फसल में आने के लिए रुकते हैं।
- सुरक्षा की आवश्यकता के अनुसार बाड़ में कहीं पंक्तियों में तार लगाए जा सकते हैं।
लाभ
कांटेदार तारबंदी योजना से आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा होती है अन्य प्रकार की बाढ़ की तुलना में इसमें कम खर्च आता है इसको खेत के या अन्य क्षेत्र के चारों ओर आसानी से लगाया जा सकता है इसके लिए किसी भी प्रकार के रखरखाव की आवश्यकता नहीं है।
हानि कांटेदार तारबंदी योजना के माध्यम से कई प्रकार की हानि भी होती है जो इस प्रकार हैं:-
- इससे में तेज कांटे होने के कारण जानवर घायल हो जाते हैं।
- कई बार जानवर घबराहट की वजह से बाड़ से कूद कर भागने की कोशिश करते हैं।
- जिसके कारण वह उसे तारों के अंदर फस जाता है।
- जिसकी वजह से आवारा पशुओं एवं जानवरों के लगने का खतरा रहता है।
- यह प्राकृतिक दृश्य से स्पष्ट दिखाई नहीं देती है।
Free Tarbandi योजना का लाभ किस प्रकार दिया जाता है
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक राजस्थान का मूल निवासी होना चाहिए एवं उसके पास न्यूनतम 0.5 हेक्टेयर भूमि होनी चाहिए इसके लिए पहले 1.5 हेक्टर निर्धारित की गई थी अब इसको कम कर दिया जाय है ताकि छोटे वर्ग के किसान भी लाभ उठा सकें, यदि दो या दो से अधिक एक साथ योजना का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो उनके पास 1.5 हेक्टर भूमि होनी चाहिए एवं किसान द्वारा पहले किसी भी प्रकार की तारबंदी योजना का लाभ प्राप्त किया हुआ नहीं होना चाहिए।
Free Tarbandi सब्सिडी
लघु एवं सीमांत वर्ग के किसानों को कुल लागत का साइड प्रतिशत या अधिकतम 48000 तक सब्सिडी प्रदान की जाती है वहीं अन्य किसानों को कुल लागत का 50% या अधिकतम 40000 रुपए वही सामुदायिक वर्ग के किसान को कुल लागत का 70% यानी प्रत्येक किसान अधिकतम 56000 की राशि प्रदान की जाती है।
इस तारबंदी योजना की कुल सीमा प्रति किसान अधिकतम 400 रनिंग मीटर तक अनुदान दिया जाता है जबकि खेत की परिधि 400 मीटर से अधिक है तो शेष तारबंदी किसान स्वयं को करनी होगी।
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किसान ऑनलाइन राज किसान पोर्टल के माध्यम से आवेदन फॉर्म भरकर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं जिसके लिए लिए निम्न आवश्यक दस्तावेज रखे गए हैं।
- जन आधार कार्ड
- आधार कार्ड
- भूमि दस्तावेज
- अन्य आवश्यक दस्तावेज
Important Links
निष्कर्ष: राजस्थान सरकार द्वारा तारबंदी पर भारी सब्सिडी प्रदान कर रही है जिससे किसानों को आर्थिक रूप से सहायता प्राप्त होती है एवं वह अपने खेत के चारों ओर बाड़ लगाकर अपनी फसल को आवारा पशु एवं जानवरों से बचा सकता है इसके लिए कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से कांटेदार तारबंदी योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अन्य योजनाओं की जानकारी हेतु agripathshala.com विजिट करें।