ये है दुनिया का सबसे महंगा साग, अगर एक किलो भी खरीदना है तो चाहिए इतने पैसे

यामाशिता स्पिनैच दुनिया का सबसे महंगा साग है. ये ऐक ऐसा साग है जिसे अमीर भी खरीदने से पहले दस बार सोचते हैं. ये साग खासतौर से जापान के टोक्यो में उगाया जाता है

हरा साग खाना किसे नहीं पसंद होता है. डॉक्टर भी कहते हैं कि अगर स्वस्थ रहना है तो हर रोज खाने में हरी सब्जियां लेनी चाहिए. अब तक आपने पालक साग, बथुआ का साग, चना साग और सरसों का साग खाया होगा. लेकिन क्या आपने कभी यामाशिता स्पिनैच खाया है. कुछ लोगों ने तो शायद इसका नाम भी नहीं सुना होगा. ये दुनिया का सबसे महंगा साग है, इसके एक किलो की कीमत 500, 600 नहीं बल्कि कई हजार रुपये है. तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको दुनिया के सबसे महंगे साग के बारे में बताते हैं.

कैसा होता है ये सागThis is the worlds most expensive greens one kilo has to pay this much ये है दुनिया का सबसे महंगा साग, अगर एक किलो भी खरीदना है तो चाहिए इतने पैसे

यामाशिता स्पिनैच दुनिया का सबसे महंगा साग है. ये ऐक ऐसा साग है जिसे अमीर भी खरीदने से पहले दस बार सोचते हैं. Nytimes एंड फूड रिपब्लिक की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस साग की कीमत 2700 से 3000 रुपये प्रतिकिलो है. ये साग खासतौर से जापान के टोक्यो में उगाया जाता है. इस साग के बारे में कहा जाता है कि ये आपको ऐसे ही दुकानों पर नहीं मिल जाएगा, जिसे भी ये साग चाहिए होता है वो इसके लिए पहले से ऑर्डर देता है और फिर इसे खेत से सीधा ग्राहक तक पहुंचाया जाता है, ताकि इसमें ताजगी बनी रहे.

कैसे शुरू हुई इसकी खेती

इस खास साग की खेती टोक्यो के मूलनिवासी आसफुमी यमशिता ने साल 1979 में की थी. इसके बाद उन्होंने इसे कॉमर्शियल तौर पर उगाना शुरू किया और इसमें लगभग 500 अमेरिकी डॉलर का निवेश किया. यानी देखा जाए तो इस साग को उगाने के लिए आसफुमी ने बहुत ज्यादा निवेश नहीं किया था. आज भी ये साग जापान और दुनिया भर के कुछ खास रेस्टोरेंट्स को ही बेचा जाता है.

कितना फायदेमंद है ये

यामाशिता स्पिनैच को लेकर कहा जाता है कि इसमें मौजूद गुण शरीर के लिए बेहद लाभकारी होते हैं. इसमें कई प्रकार के विटामिन्स और एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर के कई बीमारियों को खत्म करने में मदद करते हैं. यह साग दिमाग और दिल के लिए भी काफी ज्यादा फायदेमंद बताया जाता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker