किसानों की पदयात्रा पहुंची जयपुर, MSP और ERCP के साथ साथ ये है मांगे
बजट में आवंटन करते हुए 13 जिले के सभी बांधों और नदियों को जोड़ना
किसानों की पदयात्रा जयपुर पहुंची. किसानों की मांग है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य की गांरटी कानून लागू करने,यमुना का पानी जयपुर,सीकर और नागौर जिले में पहुंचाना और 1994 के समझौते की पालना करना,पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को पूर्ण करने के लिए लागत का बजट में आवंटन करते हुए 13 जिले के सभी बांधों और नदियों को जोड़ना
जयपुर जिले के चौमूं कस्बे की अनाज मंडी में आक्रोशित किसानों ने मूंगफली की बोली नहीं लगाने पर शुक्रवार को मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की.किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और मंडी प्रशासन के खिलाफ करीब 1 घंटे तक जमकर विरोध प्रदर्शन किया.चौमूं कस्बे की अनाज मंडी में किसानों ने गुरुवार दोपहर अपनी मांगों को लेकर मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया. इस दौरान मंडी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है
इन दिनों मंडी में मूंगफली की फसल की आवक बनी हुई है. किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली, पिकअप में अपनी फसल को डालकर मंडी में बेचने के लिए आ रहे हैं. गुरुवार को भी मंडी में मूंगफली की नीलामी हुई. शुक्रवार को जब मंडी खुली तो किसान अपनी फसल लेकर मंडी में आ गए, लेकिन यहां नीलामी को लेकर व्यापारियों और किसानों के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो गई. व्यापारियों का कहना था कि मंडी में एक तय नियम के अनुसार नीलामी होती है. जिसके तहत शुक्रवार को भी नीलामी की प्रक्रिया शुरू हुई. नीलामी की शुरुआत होने के साथ ही व्यापारियों और किसानों के बीच विवाद हो गया.
प्रदर्शन के दौरान किसानों ने मंडी प्रशासन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. और कहा कि मंडी में प्रशासन मूंगफली की सही समय पर बोली नहीं लगा रहे जिससे किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही किसानों ने मंडी सचिव दशरथ सिंह पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि सचिव की लापरवाही के कारण आए दिन मंडी में किसानों को अपनी समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन करना पड़ता है. लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं होता है. घटना की सूचना मिलने पर चौमूं थाना पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों से करीब आधे घंटे की समझाइस के बाद मामले को शांत किया गया.