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MNREGA मेहनताना ₹400 और 150 दिन तक मिलेगा काम

MNREGA Work Days Increase महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार अधिनियम के अंतर्गत कुछ नए बदलाव को लेकर संसद की स्थाई समिति में काम के 100 दोनों को बढ़ाकर 150 दिन करने की सिफारिश की है, और मेहनताना को ₹400 प्रति दिन करने को लेकर भी संसद की ओर से सिफारिश की गई है।

कांग्रेस पार्टी के सांसद सप्तगिरि शंकर उलाका की अध्यक्षता वाली समिति ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की प्रभावशालीनता का आकलन करके एक व्यापक राष्ट्रीय सर्व तैयार करने को लेकर सिफारिश की है।

MNREGA Work Days Increase

जिसके तहत उन्होंने मनरेगा के कार्य दिवस को 100 दिनों से बढ़ाकर 150 दिन और श्रमिकों के दैनिक मेहनताने को कम से कम ₹400 करने की सिफारिश की है।

जॉब कार्ड खत्म किए गए खत्म

MNREGA Work Days Increase जॉब कार्ड समाप्त करने की संख्या को देखते हुए 2021 और 22 में लगभग 50 लाख जॉब कार्ड को सामान्य त्रुटि के कारण समाप्त कर दिया यह आधार कार्ड के विवरण में किसी भी प्रकार की त्रुटि के कारण समाप्त किए गए।

जिसके कारण ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मैन्युअल सत्यापन और सुधार की अनुमति देने के लिए प्रणाली शुरू की जानी चाहिए और श्रमिकों के साथ हुए अन्याय को काम करके उन्हें वापस राशन कार्ड वितरण किया जाए।

कम मजदूरी परिवार के लालन-पालन के लिए नहीं है पर्याप्त

MNREGA Work Days Increase महंगाई के इस दौर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार अधिनियम के तहत उपलब्ध करवाए गए रोजगार की दैनिक मजदूरी बहुत ही कम होने के कारण चिंता व्यक्त करते हुए समिति ने कहा कि मनरेगा की मजदूरी को भी संशोधित किया जाए।

और यह सुनिश्चित करें कि वर्तमान आर्थिक वास्तविकताओं के अनुरूप पर ग्रामीण श्रमिकों को सम्मानजनक दैनिक मजदूरी मिल सके जिससे उन्होंने कम से कम ₹400 प्रति दिन मजदूरी देने को लेकर सिफारिश की। क्योंकि वर्तमान में मनरेगा की मजदूरी से घर का खर्चा चलाना अपर्याप्त है।

MNREGA के कार्य दिवस को 100 से 150 दिन किया जाए

समिति ने यह भी मांग रखी की समिति ने जो योजना में सुधार की आवश्यकता के लिए जोर दिया उसमें 100 दिनों तक का रोजगार को बढ़ाकर 150 दिन तक किया जानना चाहिए यह भी मांग रखी।

क्योंकि समिति ने कहा कि बदलते समय और नई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए योजना में भी सुधार की आवश्यकता है, और समिति ने उन विकल्पों पर विचार करने का भी आग्रह किया जिससे मनरेगा के तहत गारंटीकृत कार्य दिवस 100 दिनों से बढ़कर 150 दिन तक किया जा सके।

और समिति ने यह सुझाव भी दिया कि मनरेगा की प्रभावशालीता का आकलन करते हुए एक स्वतंत्र सर्वे रिपोर्ट तैयार किया जाए जिससे नई चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए इस योजना को एक नया रूप दिया जाए।

MNREGA की वर्तमान स्थिति

महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की वर्तमान में कार्य दिवसों की संख्या हाल ही में 100 से बढ़कर 125 दिन तक की गई है। और राजस्थान में मनरेगा श्रमिकों की औसत दैनिक मजदूरी भी ₹266 रुपए किया गया है।

इसके अतिरिक्त अर्ध कुशल श्रम (मेट) की मजदूरी दर को 2023-24 में 240 रुपए से बढ़कर 255 रुपए प्रति दिवस किया। और कार्य दिवस के 15 दिन पूर्ण होने के पश्चात मजदूरों का भुगतान सीधे उनके बैंक अकाउंट में किया जाता है।

MNREGA के कार्य समय में हुआ बदलाव आदेश जारी

मनरेगा का मेहनताना ₹400 और 150 दिन तक कार्य दिवस रिपोर्ट सबसे पहले :-यहां क्लिक करें देखें

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